SEBA Class 7 Hindi Chapter 13 भगतिन मौसी

Join Roy Library Telegram Groups

Hello Viewers Today’s We are going to Share With You, The Complete Syllabus of SEBA Class 7 Hindi Chapter 13 भगतिन मौसी Question Answer with you. Are you a Student of SEBA (Secondary Education Board of Assam). SEBA Class 7 Hindi Chapter 13 भगतिन मौसी Which you can Download PDF Notes SEBA Class 7 Hindi Chapter 13 भगतिन मौसी Notes for free using direct Download Link Given Below in This Post.

SEBA Class 7 Hindi Chapter 13 भगतिन मौसी

Today’s We have Shared in This Post, SEBA Class 7 Hindi Chapter 13 भगतिन मौसी Solutions for Free with you. SEBA Class 7 Hindi Chapter 13 भगतिन मौसी Notes I Hope, you Liked The information About The Class 7th Hindi Question Answer. if you liked SEBA Solutions for Class 7 Hindi Then Please Do Share this Post With your Friends as Well.

भगतिन मौसी

अभ्यास-माला

पाठ से

1. संक्षेप में उत्तर दो:

(क) बिल्ली ने राम नाम का शाल क्यों ओढ़ा था?

उत्तर: बिल्ली बहुत चालाख थी। वह चूहों को पकड़ने के लिए राम नाम का शाल ओढ़ कर भगतिन अर्थात भगवान का भक्त बन गई। ताकि उसका विश्वास कर चूहे उसके पास आए।

(ख) बिल्ली के बुलाने पर भी बूढ़ा चूहा पास क्यों नहीं आया?

उत्तर: बूढ़ा चूहा बिल्ली की चालाखी अच्छी तरह समझ चुका था। वह सौ सौ चूहे खाकर अब भगतिन बनने आयी है। उसकी बात पर विश्वास कर अगर चूहा बाहर आया तो बिल्ली उस पर झपट पड़ेगी। इसलिए बिल्ली के बुलाने पर भी बूढ़ा चूहा पास नहीं आया।

(ग) क्या बिल्ली सचमुच तीर्थ-यात्रा पर जाने वाली थी? भगतिन बनने के पीछे उसका अभिप्राय क्या था?

उत्तर: नहीं, बिल्ली तीर्थ-यात्रा पर जाने वाली नहीं थी। भगतिन बनने के पीछे उसका एक ही अभिप्राय था की वह चूहे को पकड़कर खा सके।

(घ) ‘चली न उसकी चाल’ यहाँ किसकी कौन-सी चाल की बात की गई है?

उत्तर: यहाँ बिल्ली की चाल के बारे में कहा गया है। बिल्ली ने चूहे को पकड़ने के लिए अपने आप को साधु रूपी दिखाने हेतु माथे पर चंदन का तिलक लगाकर, राम नाम का शाल ओढ़कर और गले पर तुलसी-माला पहनकर चूहे को फुसलाकर बाहार लाना चाहती थी। पर चूहे ने उसकी चाल को समझ लिया और उत्तर में कहा कि उसने पहले सौ-सौ चूहे खाए और अब वही भगवान का नाम ले रही है। इस प्रकार चूहा अपने बिल में ही रहा और बिल्ली की बनी बनाई चाल चूहे के आगे एक न चली।

(ङ) इस कविता से हमें कौन-सी सीख मिलती है?

उत्तर: इस कविता से हमें यह सीख मिलती है कि हमें किसी अजनबियों पर, ढोंगी साधुओं पर या फिर अपने दुश्मनों पर कभी विश्वास नहीं करना चाहिए। ऐसे लोग अपने मीठी मीठी बातों से हमें ठग लेते हैं। अगर हम ऐसे लोगों के बहकावे में आएंगे तो हमें काफी हानि पहुँच सकती है।

S.L No.CONTENTS
Chapter – 1नन्हा-मुन्ना राही हूँ
Chapter – 2चार मित्र
Chapter – 3एक तेजस्वी और दयावान बालक
Chapter – 4मेरी राजस्थान यात्रा
Chapter – 5जीना-जिलाना मत भूलना
Chapter – 6चाय: असम की एक पहचान
Chapter – 7हार की जीत
Chapter – 8अपनें के पत्र
Chapter – 9सुमन एक उपवन के
Chapter – 10स्वाधीनता संग्राम में पूर्वोत्तर की वीरांगनाएँ
Chapter – 11कागज की कहानी
Chapter – 12अशोक का शस्त्र-त्याग
Chapter – 13भगतिन मौसी
Chapter – 14आओ, स्कूल चलें
Chapter – 15तुम कब जाओगे, अतिथि
Chapter – 16अमृत वाणी
पाठ के आस-पास

(क) बिल्ली की चतुराई के बारे में कोई अन्य कविता व कहानी कक्षा में सुनाओ।

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करे।

(ख) आजकल कुछ ढोंगी साधु भी लोगों को कई तरह के आश्वासन देकर ठगते हैं। तुम अपने माता-पिता से उनके बारे में जानकारी प्राप्त करो और ऐसे मामलों में किस की तरह सावधानियाँ बरतनी चाहिए, अपने सहपाठियों के बीच चर्चा करो।

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करे।

(ग) बिल्लियों के साथ बंदर की चतुराई के बारे में एक मजेदार कहानी है। शिक्षक/ शिक्षिका से जान लो।

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करे।

2. चित्रों के नाम लिखो और वाक्यों को पूरा करो:

घोंसला, बिल, गुफा, छत्ता।

(क) यह _____________ का ______________ है।

उत्तर: यह चिड़िया का घोंसला है।

(ख) यह ______________ का _______________ है।

उत्तर: यह साँप का बिल है।

(ग) यह ______________ का ________________ है।

उत्तर: यह शेर का गुफा है।

(घ) यह _______________ का ________________ है।

उत्तर: यह मधुमक्खी का छत्ता है।

भाषा-अध्ययन

1. आओ, इन वाक्यांशों के अर्थ जानें:

मुँह में राम बगल में छुरी (कहावत) = मित्रता का दिखावा करना। 

खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे (कहावत) = गुस्सा कहीं और निकालना।

चाल चलना (मुहावरा) = धोखा देने का प्रयत्न करना।

दाल न गलना (मुहावरा) = वश न चलना।

सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को निकली (कहावत) = पापी व्यक्ति का पुण्य करने हेतु निकल पड़ना।

2. निम्नलिखित वाक्यों का काल-निर्धारण करो:

(क) बिल्ली ने राम नाम का शाल ओढ़ा।

उत्तर: भूतकाल।

(ख) मैं तीरथ धाम करने जाऊँगी।

उत्तर: भविष्यत् काल।

(ग) मौसी के चरण छूओ।

उत्तर: वर्तमाम काल।

(घ) मैं भगतिन बन गई।

उत्तर: भूतकाल।

3. निम्नांकित शब्दों के विपरीतार्थक शब्द लिखो:

(i) पास।

उत्तर: दूर।

(ii) आज।

उत्तर: कल।

(iii) अंदर।

उत्तर: बाहर।

(iv) बूढ़ा।

उत्तर: जवान।

(v) दिन।

उत्तर: रात।

(vi) विश्वास।

उत्तर: अविश्वास।

4. नीचे लिखे वाक्यों को ध्यान से पढ़ो और इनमें से विशेषण छाँटकर नीचे दिए गए कलश के चित्र में भरो:

(अ) राजीव, एक अच्छी कलम दो।

उत्तर: राजीव, एक अच्छी कलम दो।

(आ) नहीं, नहीं, नीली कलम खराब है।

उत्तर: नहीं, नहीं, नीली कलम खराब है।

(इ) लाल कलम ही दो।

उत्तर: लाल कलम ही दो।

(ई) रूपम स्वस्थ लड़का है।

उत्तर: रूपम स्वस्थ लड़का है।

(उ) वह पढ़ाई में भी तेज है।

उत्तर: वह पढ़ाई में भी तेज है।

5. इन शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखो:

(i) चरण।

उत्तर: पैर, पाँव।

(ii) वृद्ध।

उत्तर: बूढ़ा, बुजुर्ग।

(iii) हरि।

उत्तर: जनार्दन, जगदीश।

(iv) साँप।

उत्तर: सर्प, नाग।

ओ, पाठ में आए कुछ शब्दों के अर्थ जानें:

शब्दअर्थ
भगतिन
ओढ़ना
माल
तीरथ धाम
चरण
छूना
बिल
खंभा नोचना
दाल न गलना
कंठी
सार

उत्तर:

शब्दअर्थ
भगतिनभगवान की भक्ति करने वाली
ओढ़नाकपड़े से शरीर को ढँकना
मालमाला
तीरथ धामतीर्थस्थान
चरणपैर, पाँव
छूनास्पर्श करना
बिलचूहों के रहने का स्थान
खंभा नोचनाखंभे पर नाखून मारना
दाल न गलनावश न चलना
कंठीछोटी गुरियों की माला
सारसारांश

We Hope the given SEBA Class 7 Hindi Textbook Solutions PDF will help you. If you Have any Regarding, SCERT Hindi Class 7, drop a comment below and We will get back to you at the earliest.

Leave a Reply

error: Content is protected !!
Scroll to Top