Class 11 Hindi MIL Chapter 14 वे आँखें

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Class 11 Hindi MIL Chapter 14 वे आँखें

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वे आँखें

आरोह: काव्य खंड

प्रश्नोत्तर:

1. “अंधकार की गुहा सरीखी।

उन आँखों से डरता है मन।”

(क) आमतौर पर हमें डर किन बातों से लगता है?

उत्तर: अंधकार की गुहा समान किसानों की आँखों से डर लगता है।

(ख) उन आँखों से किसकी ओर संकेत किया गया है?

उत्तर: उन आँखों से किसानों की ओर संकेत किया गया है।

(ग) कवि को उन आँखों से डर क्यों लगता हैं?

उत्तर: कवि को उन आँखों से डर लगता है, क्योंकि उन आँखों में कठोरता भरा हुआ है। दुख का नीरव रोदन भरा हुआ है।

(घ) डरते हुए भी कवि ने उस किसान की आँखों की पीड़ा का वर्णन क्यों किया हैं?

उत्तर: कवि को किसानों की आँखों की पीड़ा आहत करती हैं। युग-युग से शोषण के शिकार किसान के जीवन पर कवि दुःख प्रकट करता है। अतः वह किसानों की पीड़ा का वर्णन कर रहा हैं।

(ङ) यदि कवि इन आँखों से नहीं डरता क्या तब भी वह कविता लिखता? 

उत्तर: कवि किसानों की दयनीय हालत पर दुःख प्रकट करता है। वह समाज में शोषण के शिकार बने किसानों के जीवन से आहट हैं। अगर कवि किसानों की आँखों से नहीं डरता तो शायद यह कविता नहीं लिखता।

2. कविता में किसान की पीड़ा के लिए किन्हें जिम्मेदार बताया गया है?

उत्तर: कवि ने किसानों की पीड़ा के लिए समाज व्यवस्था को जिम्मेदार बताया है। समाज के जमींदार महाजन हमेशा किसानों का शोषण करते रहे हैं। यहाँ तक स्वाधीन भारत में भी किसानों को केंद्र में रखकर व्यवस्था ने निर्णायक हस्तक्षेप नहीं किया। किसानों को उचित मूल्य नहीं मिलता हैं, अतः उन्हें- जीवन यापन करने के लिए कर्ज लेना पड़ता है, और कर्ज चुकाने में उसका सारा जीवन चला’ जाता है, घर, गाय आदि वस्तुओं की गिरवी रखनी पड़ती हैं। 

S.L No.CONTENTS
गद्य खंड
Chapter – 1नमक का दारोगा
Chapter – 2मियाँ नसीरुद्दीन
Chapter – 3अपू के साथ ढाई साल
Chapter – 4विदाई-संभाषण
Chapter – 5गलता लोहा
Chapter – 6स्पीति में बारिस
Chapter – 7रजनी
Chapter – 8जामुन का पेड़
Chapter – 9भारत – माता
Chapter – 10आत्मा का ताप
काव्य खंड
Chapter – 11हम तौ एक एक करि जाना
Chapter – 12मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो न कोई
Chapter – 13पथिक
Chapter – 14वे आँखें
Chapter – 15घर की याद
Chapter – 16चंपा काले काले अच्छर नहीं चीन्हती
Chapter – 17गज़ल
Chapter – 18हे भूख मत मचल हे मेरे जूही के फूल जैसे ईश्वर
Chapter – 19सबसे खतरनाक
Chapter – 20आओ, मिलकर बचाएँ
वितान
Chapter – 21भारतीय गायिकाओं में बेजोड़ – लता मंगेशकर
Chapter – 22राजस्थान की रजत बूँदें
Chapter – 23आलो-आंधारि

3. पिछले सुख की स्मृति आँखों में क्षणभर एक चमक है लाती- इसमें किसान के किन पिछले सुखों की और संकेत किया गया है?

उत्तर: किसान अपनी उसी पिछली स्मृतियों को याद करता है जब वह स्वाधीन था। उसकी आँखों में अभिमान भरा हुआ था। जब अपने सामने लहराते खेतों को देखते थे। इन खेतों से फसलों के कारण उनके जीवन की हरियाली हँसती थी। 

4. संदर्भ सहित आशय स्पष्ट करें –

(क) उजरी उसके सिवा किसे कब

पास दुहाने आने देती?

उत्तर: यहाँ कवि ने किसान के घर की उजली गाय के बारे में कहा है किसान के घर की उजली गाय का उसके प्रति इतना लगाव है, कि वह दूध दुहाने के लिए किसान के सिवाय अन्य किसी को पास तक आने नहीं देती हैं। 

(ख) घर में विधवा रही पतोहू

लक्ष्मी थी, यद्यपि पति धातिन,

उत्तर: संदर्भ: कवि ने किसानों की दयनीय हालत का वर्णन किया हैं।

व्याख्या: कवि ने कहा है कि जो किसान सबको अनाज उपलब्ध करवाता हैं, पर उसी की हालत बहुत ही दयनीय हैं, उनकी आँखों के सामने उनकी आँखों का तारा लहराते खेत ही घुमा करते हैं। किसानों की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय हैं और उस पर जमीदारों के शोषण ने उन्हें जवानी में वृद्ध बना दिया।

(ग) “पिछले सुख की स्मृति आखों में

क्षणभर एक चमक हैं लाती,

तुरंत शून्य में गड़ वह चितवन

तीखी नोक सदृश बन जाती।”

उत्तर: संदर्भ: प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने किसानों की दयनीय हालत का वर्णन किया हैं।

व्याख्या: किसान अपेन पिछले जीवन के सुखद क्षणों को याद कर रहा है। पिछले जीवन की सुखद स्मृतियाँ याद आते ही उसकी आँखों में एक चमक सी आ जाती है। परन्तु कुछ ही क्षण बाद में वह सुखद स्मृतियाँ शून्य में विलिन होकर तीखी नोंक जैसी बन जाती है।

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