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SEBA Class 9 Hindi MIL Chapter 1 पद
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पद
पद्य खंड |
अभ्यास -माला
बोध एवं विचार:
1. सही विकल्प का चयन कीजिएः
(क) ‘सोभा-सिंधुन अंत रही थी’ – यहाँ किस स्थान की शोभा की बात कही गई है?
(i) ब्रज।
(ii) गऊघाट।
(iii) रुपकला।
(iv) सही।
उत्तरः (i) ब्रज।
(ख) ‘जसुमति’ कौन हैं?
(i) यशोदा।
(ii) राधा।
(iii) रुक्मिणी।
(iv) गोपी।
उत्तर: (ii) राधा।
(ग) ‘बूझत स्याम कौन तू गोरी’ – इसमें ‘गोरी शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?
(i) यशोदा।
(ii) राधा।
(iii) रुक्मिणी।
(iv) गोपी।
उत्तर: (ii) यशोदा।
(घ) कवि ने ‘रसिक’ सिरोमनि किसे कहा है?
(i) बलराम।
(ii) इंद्र।
(iii) कृष्ण।
(iv) नद।
उत्तर: (iii) कृष्ण।
2. पूर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए:
(क) ‘सोभा-सिंधु’ से कवि का आशय क्या है?
उत्तरः सोभा-सिंधु से कवि का आशय है कृष्ण के जन्मोत्सव की शोभा रूपी सागर। यह सौंदर्य रूपी सागर नंद के महल से निकलकर उमंग सहित ब्रज की सभी गलियों में वह रही है।
(ख) हजार मुखों से भी किसका वर्णन नहीं किया जा सकता?
उत्तरः हजार मुखों से भी कृष्ण को सुंदरता का वर्णन नहीं किया जा सकता।
(ग) ब्रज की गोपियों के हृदय में कौन बसा हुआ है?
उत्तरः ब्रज की गोपियों के हृदय में कृष्ण की सुंदरता नीलकांत मणि के समान वसा हुआ है।
(घ) कृष्ण राधा से क्या प्रश्न करते हैं?
उत्तरः कृष्ण राधा से प्रश्न करते है- कि तुम कौन, हो, तुम कहाँ रहती है? और तुम किसकी बेटी हो?
(ङ) तुम्हरौं कहा चोरि हम लैहैं’- यह किसका कथन है?
उत्तरः यह कृष्ण जी का कथन है।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए:
(क) गोपी ने कृष्ण के जन्मोत्सव और उनके सौंदर्य के व्यापक प्रभाव का किन शब्दों में वर्णन किया है?
उत्तर: गोपी ने बाल कृष्ण के जन्मोत्सव और उनके सौंदर्य का अद्भुत चित्रम किया है और उसे सौंदर्य की नदी का रुपक दिया गया है। यह सौंदर्य रूपी नदी नंद के महल से निकलकर उमंग सहित ब्रज की सबी गलियों में बह रही है। हजारों मुखों से भी इसका बरवान नहीं किया जा सकता है। कृष्ण की सुंदरता नीलकांत मणि के समान ब्रज की गोपियों के हृदय में बस गई है।
(ख) राधा ने कृष्ण पर क्या व्यंग्य किया?
उत्तरः राधा ने कृष्ण पर व्यंग्य करके कहती है कि वह अपने धूर के आंगन में अकेली केलती रहती और नद पुत्र के खालिनों के घरों से दही, मक्खन चुराने की कहानी सुनती।
(ग) कृष्ण ने राधा के व्यंग्य का उत्तर कैसे दिया?
उत्तरः कृ, ण ने राधा के व्यंग्य का बड़े ही सहज भाव से जवाब देती और बातों में राधा रानी को भुलाकर, उस के संग जोड़ी बनकर खेलने को मनाते है।
(घ) कृष्ण और राधा के प्रथम मिलन पर हुए संवाद को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तरः कृष्ण और राधा के प्रथम मिनल ब्रज की मिट्टी में होती है। बातों ही बातों में कृष्ण और राधा के बीच प्रेम-भाव पैदा हो जाता है। कृष्ण राधा के बीच प्रेम-भाव पैदा हो जाता है। कृष्ण राधा से प्रश्न करते हैं, जिसका वह बड़े ही सहज भाव से जवाब देती है। फिर राधा कृ,ण पर व्यंग्य करती है, लेकिन कृष्ण राधा को बातों में ऐसे भुलाते हैं कि वह उनकी बातों में आ जाती है और सभी खेल में मग्न हो जाते हैं।
(ङ) कवि सूरदास ने कृष्ण को रसिक शिरोमणि क्यों कहा है?
उत्तरः कवि सूरदास ने कृष्ण को रसिक शिरोमणि। कहाँ है क्योंकि कृष्ण हमेशा अपनेसमस्या का हल बड़े दो, सुन्दर दंश से शांत शोभ्य रहकर निकाल लेता है। वह अपने रसभरी बातों से सबके हृदय की जीत लेता है चाहे वह राधा-रानी हो या ब्रज की गोपियाँ।
4. आशय स्पष्ट कीजिए:
(क) जसुमति-उदर अगाध उदधि तैं, उपजी ऐसी सबनि कही री।
उत्तरः यहाँ सूरदास जी यशोदा के भाग्य के बारे बताया है। यशोदा से उत्पन्न हुई, कृष्ण नाम की आकार की गहराई की कोई सीमा नहीं है, जो नंद के महल से निकलकर उमंग सहित ब्रज की सभी गलियों में वह रही है।
(ख) सूरदास प्रभु रसिक-सिरोमणि, बातनि भुरइ राधिका भोरी।
उत्तरः यहाँ सूरदास जो अपने प्रभु कृष्ण के चतुराई के तथा रसिकता के बारे में बताया है। राधा द्बारा कृष्ण को व्यंग्य करने पर सबसे बड़े रसिक श्रीकृष्ण भोली राधा रानी को अपने बातों ऐसे भुलाते हैं कि वह उनकी बातों में आ जाती है और सभी खेल में मग्न हो जाते हैं।
S.L No. | CONTENTS |
(GROUP – A) काव्य खंड | |
Chapter – 1 | पद |
Chapter – 2 | भजन |
Chapter – 3 | ब्रज की संध्या |
Chapter – 4 | पथ की पहचान |
Chapter – 5 | शक्ति और क्षमा |
Chapter – 6 | गांधीजी के जन्मदिन |
Chapter – 7 | ओ गंगा बहती हो क्यों |
गद्य खंड | |
Chapter – 8 | पंच परमेश्वर |
Chapter – 9 | खाने-खिलाने का राष्ट्रीय शाोक |
Chapter – 10 | गिल्लू |
Chapter – 11 | दुख |
Chapter – 12 | जीवन-संग्राम |
Chapter – 13 | अंधविश्वास की छोटें |
Chapter – 14 | पर्वी का देश भारत |
(GROUP – B) काव्य खंड | |
Chapter – 15 | बरगीत |
Chapter – 16 | मुक्ति की आकांक्षा |
गद्य खंड | |
Chapter – 17 | वे भूले नहीं जा सकते |
Chapter – 18 | पिंपलांत्रीः एक आदर्श गाँव |
भाषा एवं व्याकारण: |
1. निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित खड़ीबोली के अनुसार आधुनिक रूप लिखिए:
सोभा, जसुमति, चोरी श्याम, नीलमनि, सिरोमणि दधि
उत्तरः सोभा — शोभा।
जसुमति — यशोदा।
चोरी — चोर।
नीलमिन — नीलमणि।
सिरोमनि — सिरोमणि।
दधि — दही।
2. निम्नलिखित शब्दों के दो-दो पर्यायवासी शब्द लिखिए:
सोभा, सिंधु, भवन, विधि, वनिता, श्याम
उत्तरः शोभा — कांति, सुषमा।
सिंधु — सागर, जलधि।
विधि — ब्रह्म, विधाता।
भवन — गृह, आलय।
श्याम — काला, कृष्ण।
वनिता — कलत्र, दारा।
अतिरिक्त प्रश्नोत्तर |
1. महाकवि सूरदास जी का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तरः महाकवि सूरदास जी का जन्म सन 1478 में रेणु का क्षेत्र में हुआ था।
2. सूरदास जी ने भजन कीर्तन के रूप में किसका गायन किया है?
उत्तरः सूरदास जी ने भजन कीर्तन के रूप में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का मधुर और प्रभावपूर्ण गायन किया है।
3. सूरदास जी का मृत्यु कब और कहाँ हुआ था?
उत्तरः सूरदास जी का मृत्यु कृष्ण को रास भूमि पारसोनी में सन 1583 में हुआ था।
4. सूरदास जी का प्रसिद्ध रचनाएँ कौन-कौन सी हैं?
उत्तरः सूरदास जी का प्रसिद्ध रचनाएँ हैं- सूरसागर, सूरसारावली और साहित्य लहरी।
5. सूरदास दास जी की काव्य की खासीयत क्या है?
उत्तरः सूरदास जी की काव्य की भाषा ब्रज है। उसके भव्य में अपना, रुपक, वक्रोक्ति आदि का चमत्कार प्रयोग देखने को मिलते है।
6. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(क) _________ न अंत रही री।
_________ भरि पूरि उमँगि चलि, __________ फिरति बही री।।
देखी जाइ आजु _________ मैं, घर-घर बेंचति फिरति __________ री।
कहँ लगि कहाँ बनाइ, बहुत बिधि, कहत न मुख _________ निबही री।।
उत्तरः सोभा-सिंधु न अंत रही री।
नंद-भवन भरि पूरि उमँगि चलि, ब्रज की बीथिनि फिरती बही री
देखी जाइ आजु गोकुल मैं, घर-घर बेंचति फिरति दधि री।
कहँ लगि कहौं बनाइ बहुत बिधि, कहत न मुख सहसहुँ निबही री।।
(ख) बूझत स्याम कौन तू _________ कहाँ रहति, काकी है बेटी, देखों नाहिं कबहँ ___________।।
काहे कौं हम __________ आवति, खेलति रहति __________
सुनत रहति __________ करत फिरत ____________
उत्तरः बूझत स्याम कौन तू गोरी।
कहाँ रहति, काकी है बेटी देखों नाहिं कबहूँ ब्रज खोरी।।
काहे कौं हम ब्रज-तन आवंति, खेलति रहति आपनी पौरी।
सुनत रहति स्त्रननि नंद-होटा करत फिरत माखन-दधि-चोरी।
(ग) __________ तै, उपजि ऐसी सबनि कही की।
सूर स्याम प्रभु __________ × __________ उर लाइ गही री।।
उत्तरः जसुमति – उदर – अगार्ध-उदधि तैं, उपजी एसी सबनि कही री।
सूर स्याम प्रभु इंद्र नीलमनि, ब्रज बनिता उर लाइ गही री।।
(घ) तुम्हरौं कहा चोरि हम लैहैं, ___________।
सूरदास प्रभु __________,नातनि ___________॥
उत्तरः तम्हरौं कहा चोरी हम लैहैं, खेलन चलों संगे मिलि जोरी।
सूरदास प्रभु रसिक-सिरोमनि, बातनि भुरइ राधिका भोरी।।
7. सूरदास जी की प्रस्तुत पद कहाँ से ली गई है?
उत्तरः सुरदास जी की प्रस्तुत पद उनकी प्रसिद्ध रचना सूरसागर से ली गई है।
8. सप्रसंग व्याख्या कीजिए:
(क) सोभा सिंधु __________सहसहुँ निबही री।।
उत्तरः प्रसंग: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य पुस्तक अंबर भाग १ के अंतर्गत महाकवि सूरदास जी द्वारा रचित ‘पद’ से ली गई है।
संदर्य: प्रस्तुत पंक्तियों में कवि सूरदास जी ने कृष्ण के बाल रूप एवं सौंदर्य का बड़ा ही मनोहारी वर्जण किया है।
व्याख्या: सूरदास जी ने भजन कीर्तन के रूप में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का मधुर एवं प्रभाव पूर्ण गायन किया है। इन पंक्तियों बाल कृष्ण के अद्भुत सौंदर्य का चित्रण हुआ है और उसे सौंदर्य की नदी का रुपक दिया गया है। यह सौंदर्य रूपी नदी नंद के महल से निकलकर उमंग सहित ब्रज की सभी गलियों में वह रही है। नंद यशोदा के शोभाग्य यह पुत्रधन सबका आनंद का कारण है। वन बैठा है।
(ख) बूझत श्याम कौन तू गोरी। _______________ माखन-दधि-चोरी॥
उत्तरः प्रसंग: प्रस्तुत पंक्तियों हमारी पाठ्य पुस्तक अंबर भाग-२ के अंतर्गत महाकवि सूरदास जी द्वारा रचित ‘पद’ से ली गई है।
संदर्भ: प्रस्तुत पंक्तियों में कवि सूरदास जी ने राधा कृष्ण के प्रथम मिलन का सहज चित्रण किया गया है।
व्याख्या: इन पंक्तियों में कृष्ण और राधा के प्रथम मिलन का सहज चित्रण किया है। ब्रजभूमि के मधुर परिवेश में बातों ही बातों में कृष्ण और राधा के बीच प्रेम-भाव पैदा हो जाता है। कृष्ण राधा से प्रश्न करते हैं – कि राधा के घर कहाँ है? उसके पिता का नाम क्या हैं? क्योंकि वह पहले कभी राधा को ब्रज धाम में नहीं देखा हैं? कृष्ण के इन सवालों का जवाब भोली राधा रानी सहज भाव से देती है।
(ग) जसुमति _______________ लाइ गही री।।
उत्तरः प्रसंग: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य पुस्तक ‘अंबर भाग-१’ के अंतर्गत महाकवि सुरदास जी द्बारा रचित ‘पद’ से ली गई है।
संदर्भ: इन पंक्तियों में सूरदास जी मातृ यशोदा के भाग्य की बखान कर रहे हैं।
वाख्या: सूरदास जी ने भजन कीर्तन के रूप में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का मधुर और प्रभावपूर्ण गायन किया है। मातृ यशोदा से जनी लादला पुत्र कृष्ण ब्रजधाम वासी के आँखों का तारा है, उस की सौंदर्य एसी है, जिसे हजारों मुखों से भी इसका बखान नहीं किया जा सकता। कृष्ण की सुंदरता नीलकांत मणि के समान ब्रज की गोपियों के हृदय में बस गई है।
9. नीचे दिए गए शब्दों के संधि विच्छेद कीजिए:
यशोदा, प्रातःकाल, विष्णु, आशीर्वाद
उत्तरः यशोदा = यशः + दा।
प्रातःकाल = प्रातः + काल।
विष्णु = विष + णु।
आशीर्वाद = आशीः + वाद।
10. निम्नलिखित शब्द समूहों के लिए एक-एक शब्द लिखिए:
गौर, दुग्ध, ग्राम, दधि, पितृ, पुत्र
उत्तरः गौर – गोरा।
दुग्ध – दूध।
ग्राम – गाँव।
दधि – दही।
पितृ – पिता।
पुत्र – पुत।
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