Eye Flu Treatment in Hindi | आई फ्लू क्या है? आप भी जानें इसके लक्षण, कारण, बचाव ओर इलाज

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Eye Flu Treatment in Hindi | आई फ्लू क्या है? आप भी जानें इसके लक्षण, कारण, बचाव ओर इलाज: आंखें हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग हैं, लेकिन आज की भागदौड़ भरी दुनिया में आंखों के स्वास्थ्य को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। हम लगातार स्क्रीन, डिजिटल उपकरणों और पर्यावरण प्रदूषकों से घिरे रहते हैं जो आंखों से संबंधित विभिन्न समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। ऐसी ही एक समस्या है “आई फ्लू”, जिसे वायरल कंजंक्टिवाइटिस के नाम से जाना जाता है।

Eye Flu in Hindi

Eye Flu Treatment in Hindi | आई फ्लू क्या है? आप भी जानें इसके लक्षण, कारण, बचाव ओर इलाज

बरसात के मौसम में, वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण प्रचलित होते हैं, और इसका एक परिणाम आई फ्लू होता है।  वायरस, बैक्टीरिया, एलर्जी और पर्यावरणीय कारक इस स्थिति का कारण बन सकते हैं। यहां, हम आई फ्लू के लक्षण, इसके कारण, रोकथाम और उपचार के विकल्पों के बारे में जानेंगे।

आई फ्लू क्या है? (What is Eye Flu in Hindi)

Eye Flu in Hindi: आई फ्लू को कंजक्टिवाइटिस और पींक आई के नाम से भी जाना जाता है। दूसरे शब्दों में इसे “आँख आना” भी कहते हैं। आई फ्लू एक तरह से आँखों का संक्रमण होता है, जिसमें आँखे लाल होना, आँखों में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं होती है। यह बीमारी संक्रमण के कारण होती है और यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है।

आई फ्लू के ज्यातर मामले एडेनोवायर के कारण होते हैं, इसके अलावा यह हर्पीस, सिंपल्स, पोल्स और मिक्सोवायस के कारण भी हो सकते हैं। किसी भी आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के डायरेक्ट संपर्क में आने से यह बीमारी आपको भी हो सकती हैा।

आई फ्लू कैसे होता है? प्रमुख कारण (How is Eye Flu Caused in Hindi)

आमतौर पर, धूल-मिट्टी या गंदगी की वजह से आँखों में एलर्जी होती है, जिसके कारण आई फ्लू जैसी बीमारियां फैलती है। यह बरसात के मौसम में ज्यादा होती है, क्योंकि इस मौसम में नमी, जल-जमाव और गंदगी ज्यादा देखने को मिलती हैं और वातावरण में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आँखों के सफेद भाग कंजेंक्टिवा में सूजन आ जाती है और आँखे लाल हो जाती है।

आई फ्लू एक संक्रामक रोग है; इसलिए, इसके कारणों को जानना महत्वपूर्ण है।

1. वायरल संक्रमण (Viral Infection): वायरस सबसे आम साधन हैं जिनके द्वारा आई फ्लू आसानी से फैलता है। वायरस जैसे एडेनोवायरस और एंटरोवायरस कंजंक्टिवा (आंख के सामने के हिस्से को ढकने वाली एक पतली झिल्ली) में प्रवेश कर सकते हैं और आंखों में संक्रमण पैदा कर सकते हैं। वे आंखों में खुजली, अत्यधिक आंसू आना और लालिमा पैदा करने के लिए जिम्मेदार हैं। ये वायरस संक्रामक हैं, और इसलिए भीड़-भाड़ वाली जगहों या निकट संपर्क स्थितियों से बचना महत्वपूर्ण है।

2. जीवाणु संक्रमण (Bacterial Infections): नेत्र फ्लू के लक्षण जीवाणु संक्रमण से भी उत्पन्न होते हैं। स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया, हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा और स्टैफिलोकोकस ऑरियस जैसे बैक्टीरिया आसानी से कंजंक्टिवा पर आक्रमण कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप बैक्टीरियल नेत्रश्लेष्मलाशोथ हो सकता है।

3. एलर्जी प्रतिक्रियाएं (Allergic Reactions): एलर्जी प्रतिक्रियाएं आई फ्लू का एक अन्य कारण है जिसके परिणामस्वरूप आंखों में पानी, लाली और खुजली होती है। धूल के कण, पालतू जानवरों की रूसी, कुछ सौंदर्य प्रसाधन और पराग जैसे एलर्जी कारक प्रतिरक्षा प्रणाली के साथ संपर्क करते हैं और इस प्रकार एलर्जी नेत्रश्लेष्मलाशोथ का कारण बनते हैं।

4. चिड़चिड़ाहट और विदेशी वस्तुएं (Irritants And Foreign Objects): जलन पैदा करने वाले तत्व और विदेशी कण भी आई फ्लू के लक्षण पैदा कर सकते हैं। इन कणों में धुआं, प्रदूषण, स्विमिंग पूल से निकलने वाला क्लोरीन आदि शामिल हैं। इन परेशानियों के कारण आपको अपनी आंखों में खुजली और लालिमा महसूस हो सकती है।

आई फ्लू से बचने के लिए आपको बार-बार आँखों को छूने से और किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना चाहिए।

कंजंक्टिवाइटिस के प्रकार: (Types of Conjunctivitis in Hindi)

कंजंक्टिवाइटिस के मुख्य 5 तरह के होते हैं

  1. एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस।
  2. बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस।
  3. वायरल कंजंक्टिवाइटिस।
  4. कैमिकल कंजंक्टिवाइटिस।
  5. जाइंट पैपिलरी कंजंक्टिवाइटिस।

आई फ्लू के लक्षण क्या हैं? (What are the Symptoms of Eye Flu in Hindi)

Eye Flu Symptoms in Hindi: आई फ्लू की समस्या में मरीज की आंखों में दर्द, सूजन आंखें लाल हो जाना जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसकी वजह से आंखों में हर टाइम पानी बहने लगता है। इसे मरीज को देखने में भी परेशानी होती है।

आई फ्लू के महत्वपूर्ण लक्षण हैं: 

  1. आंखों का लाल होना।
  2. सुबह उठने पर आंखों का चिपकना।
  3. आंखों में सूजन रहना।
  4. आंखों में दर्द की समस्या।
  5. आंखों में कीचड़ ज्यादा आना।
  6. आंख से पानी आना और खुजली चलना।

आई फ्लू के घरेलू इलाज (Eye Flu Home Remedy in Hindi)

Eye Flu Home Remedy in Hindi: आई फ्लू के लक्षण दिखने पर आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। आमतौर पर संक्रमण को रोकने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाओं और ड्रॉप्स का इस्तेमाल करने की सलाह भी देते हैं। हॉट ओर कोल्ड कंप्रेस से भी समस्या में आराम मिलता है।

आई फ्लू से बचने के कुछ Tips भी दिए है।

  1. नियमित रूप से अपने हाथों को साबुन और पानी से धोने चाहिए।
  2. अपनी आंखों को बार-बार छूने से बचना।
  3. घर के दरवाजे के हैंडल, लाइट, स्विच और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की नियमित रूप से सफाई करना।
  4. संतुलित आहार ले और नियमित व्यायाम करें।
  5. संक्रमित व्यक्ति ठंडे पानी से अपनी आंखों को दोहे।
  6. संक्रमित व्यक्ति के लिए गुलाब जल का भी इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है।
  7. संक्रमित व्यक्ति जब भी बाहर निकले तो काले चश्मा का प्रयोग करना चाहिए ताकि अन्य को इस रोग से ग्रसित ना हो।

आई फ्लू के लिए 10 सर्वश्रेष्ठ आई ड्रॉप (10 Best Eye Drops for Eye Flu in Hindi)

  1. स्पेकमोक्स आई ड्रॉप्स (Specmox Eye Drops)
  2. फ्लुटोब-एसपी आई ड्रॉप्स (Flutob-SP Eye Drops)
  3. मोक्सीग्रेव-डी आई ड्रॉप्स (Moxigrev-D Eye Drops)
  4. स्पेक्मॉक्स-केटी आई ड्रॉप्स (Specmox-KT Eye Drops)
  5. कपिगैट आई ड्रॉप्स (Kapigat Eye Drops)
  6. कपिगैट आई ड्रॉप्स (Kapigat Eye Drops)
  7. लेवोकैप आई ड्रॉप्स (Levokap Eye Drops)
  8. जेन्टाकैप आई ड्रॉप्स (GentaKap Eye Drops)
  9. डिविकोल आई ड्रॉप्स (Divicol Eye Drops)
  10. बेसिवेंस आई ड्रॉप्स (Besivance Eye Drops)

आई ड्रॉप कैसे लगाएं: (How to Apply Eye Drops in Hindi)

 इन चरणों का पालन करके आई ड्रॉप लगाएं:

  1.  हाथों को साबुन और गर्म पानी से अच्छी तरह धोएं।
  2. यदि आप कॉन्टेक्ट लेंस पहन रहे हैं तो उन्हें हटा दें, जब तक कि डॉक्टर ने अन्यथा सलाह न दी हो।
  3. सिर को थोड़ा पीछे झुकाएं और ऊपर की ओर देखें।
  4. आंख की निचली पलक को धीरे से नीचे खींचने के लिए एक उंगली का उपयोग करें, जिससे तरल पदार्थ को गिराने के लिए एक जेब बन जाए।
  5. बोतल के किसी भी हिस्से से आंख को छुए बिना ड्रॉपर को पलक की जेब के ऊपर रखें।
  6. बूंदों की सही संख्या लगाने के लिए बोतल को धीरे से निचोड़ें।
  7. आंख बंद करें और आंख के कोने में, नाक के बगल में, कुछ मिनटों के लिए धीरे से एक उंगली दबाएं ताकि आंख बूंदों को अवशोषित कर सके।
  8. आंख खोलने से पहले, किसी भी अतिरिक्त बूंद या आंसू को पोंछने के लिए एक साफ कपड़े या टिश्यू का उपयोग करें।
  9. यदि लोगों को एक से अधिक प्रकार की आई ड्रॉप लगाने की आवश्यकता है, तो उनका उपयोग करने से पहले 3-5 मिनट प्रतीक्षा करें।
  10. आई ड्रॉप लगाने के बाद दोबारा हाथ धोएं।

निष्कर्ष: (Conclusion)

Eye Flu Symptoms and Treatment in Hindi: आई फ्लू, हालांकि असुविधाजनक है, आमतौर पर खतरनाक नहीं है और उचित देखभाल और उपचार के साथ इसे प्रबंधित किया जा सकता है। यदि लक्षण बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो मूल्यांकन और उचित उपचार के लिए किसी नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लें।

FAQs

1. आई फ्लू के सामान्य लक्षण क्या हैं?

उत्तर: आई फ्लू के लक्षणों में आंखों में लालिमा, खुजली, आंसू आना, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता और आंखों में किरकिरापन महसूस होना शामिल है। मरीजों को फ्लू जैसे लक्षण भी अनुभव हो सकते हैं, जैसे बुखार और शरीर में दर्द।

2. आई फ्लू का कारण क्या है?

उत्तर: आई फ्लू, या नेत्रश्लेष्मलाशोथ, वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, एलर्जी, जलन पैदा करने वाले पदार्थों के संपर्क में आने या संक्रमित आंखों के स्राव के संपर्क के कारण हो सकता है।

3. क्या आई फ्लू जानलेवा है?

उत्तर: आई फ्लू आमतौर पर एक हल्की स्थिति है जो अपने आप ठीक हो जाती है। हालाँकि, गंभीर मामलों में जटिलताएँ हो सकती हैं, इसलिए शीघ्र चिकित्सा सहायता लेना आवश्यक है।

4. क्या आई फ्लू का इलाज घर पर किया जा सकता है?

उत्तर: आई फ्लू के हल्के मामलों को घर पर ही प्रबंधित किया जा सकता है। आप लक्षणों को कम करने के लिए गर्म सेक, ओवर-द-काउंटर आई ड्रॉप और कृत्रिम आँसू का उपयोग कर सकते हैं। हालाँकि, यदि लक्षण बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो पेशेवर आई फ्लू उपचार लें।

Disclaimer: इस ब्लॉग में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता उद्देश्यों के लिए है I यदि आप आंखों से संबंधित किसी भी लक्षण या चिंता का अनुभव करते हैं, तो कृपया उचित मूल्यांकन और उपचार के लिए किसी नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लें।)

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