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SEBA Class 10 Hindi Additional Chapter 12 मृत्तिका
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मृत्तिका
ADDITIONAL QUESTION ANSWER |
1. नरेश मेहता का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर: नरेश मेहता का जन्म सन् 1922 में मालवा (मध्य प्रदेश) के शाजापुर कस्बे में हुआ था।
2. नरेश मेहता ने एम.ए. की पढ़ाई कहाँ से की?
उत्तर: उन्होंने एम.ए. की पढ़ाई बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से की।
3. नरेश मेहता ने अपना व्यावसायिक जीवन कहाँ शुरू किया?
उत्तर: नरेश मेहता ने ऑल इंडिया रेडियो, इलाहाबाद में कार्यक्रम अधिकारी के रूप में अपना कार्य प्रारंभ किया।
4. नरेश मेहता की साहित्यिक ख्याति सबसे पहले किस भूमिका से हुई?
उत्तर: नरेश मेहता की साहित्यिक ख्याति ‘दूसरा सप्तक’ के प्रमुख कवि के रूप में प्रारंभ हुई।
5. नरेश मेहता का प्रसिद्ध उपन्यास कौन-सा है?
उत्तर: नरेश मेहता का प्रसिद्ध उपन्यास वह पथ बंधु था है।
6. कविता “मैं तो मात्र मृत्तिका हूँ” में कवि ने मृत्तिका का कौन-सा रूप पहले प्रस्तुत किया है?
उत्तर: कवि ने मृत्तिका को पहले धन-धान्य बनकर मातृरूपा के रूप में प्रस्तुत किया है।
7. जब मृत्तिका को हल के फाल से विदीर्ण किया जाता है, तो वह क्या बन जाती है?
उत्तर: जब मृत्तिका को हल के फाल से विदीर्ण किया जाता है, तो वह धन-धान्य बनकर मातृरूपा हो जाती है।
8. मृत्तिका चाक पर चढ़ने के बाद किस रूप में बदलती है?
उत्तर: मृत्तिका चाक पर चढ़ने के बाद कुंभ और कलश बनकर अंतरंग प्रिया बन जाती है।
9. मृत्तिका का कौन-सा रूप बच्चों को आकर्षित करता है?
उत्तर: मृत्तिका का खिलौने रूप बच्चों को आकर्षित करता है।
10. जब मृत्तिका बच्चों के हाथों में पहुँचती है, तो वह क्या बन जाती है?
उत्तर: जब मृत्तिका बच्चों के हाथों में पहुँचती है, तो वह प्रजारूपा बन जाती है।
11. मृत्तिका को पुरुषार्थ-पराजित स्वत्व से पुकारने पर वह क्या बन जाती है?
उत्तर: मृत्तिका को पुरुषार्थ-पराजित स्वत्व से पुकारने पर वह ग्राम्य देवत्व के साथ चिन्मयी शक्ति बन जाती है।
12. मृत्तिका किस रूप में आराध्य बन जाती है?
उत्तर: मृत्तिका प्रतिमा बनकर आराध्य बन जाती है।
13. मृत्तिका का सबसे बड़ा देवत्व क्या है?
उत्तर: मृत्तिका का सबसे बड़ा देवत्व यह है कि मनुष्य पुरुषार्थ करता है, और मृत्तिका स्वरूप पाती है।
14. कवि ने मृत्तिका को किन-किन रूपों में चित्रित किया है?
उत्तर: कवि ने मृत्तिका को मातृरूपा, प्रिया, प्रजारूपा और देवत्व के रूप में चित्रित किया है।
15. मृत्तिका को कौन-सा स्वरूप चिन्मयी शक्ति में बदलता है?
उत्तर: मृत्तिका पुरुषार्थ-पराजित स्वत्व से पुकारे जाने पर चिन्मयी शक्ति बनती है।
16. मृत्तिका के कुंभ और कलश बनने की प्रक्रिया क्या दर्शाती है?
उत्तर: मृत्तिका के कुंभ और कलश बनने की प्रक्रिया मृत्तिका के अंतरंग प्रिया बनने का संकेत देती है।
17. मृत्तिका को देवत्व प्राप्त होने का कारण क्या है?
उत्तर: मृत्तिका को देवत्व प्राप्त होता है, क्योंकि मनुष्य उसमें जीवन और स्वरूप प्रदान करता है।
18. “तुम पुरुषार्थ करते मनुष्य हो” पंक्ति में कवि क्या कहना चाहता है?
उत्तर: कवि यह कहना चाहता है कि मनुष्य के प्रयास और कर्म से ही मृत्तिका को विभिन्न रूप मिलते हैं।
19. मृत्तिका की कौन-सी विशेषता उसे “आराध्य” बनाती है?
उत्तर: मृत्तिका की सृजनशीलता और जीवन के विभिन्न रूपों को धारण करने की क्षमता उसे आराध्य बनाती है।
20. इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: इस कविता का मुख्य संदेश यह है कि मनुष्य के पुरुषार्थ और रचनात्मकता से प्रकृति के साधारण तत्व (जैसे मृत्तिका) भी अद्वितीय और पूजनीय स्वरूप धारण कर लेते हैं।
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